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सौरिख कन्नौज ब्रेकिंग* गणेश से कैसे बने गजानन दूसरे दिन कई मंदिरों में भी हुआ पूजन।


सौरिख कन्नौज।
गणेश जी के जन्मोत्सव के पावन पर्व पर पहाड़ी बाबा मंदिर पंडित अवधेश दुबे ब शिवाला शिव मंदिर पर पंडित पृथ्वी नाथ चतुर्वेदी सोमनाथ सनातन मंदिर पर पंडित बादशाह मिश्रा पशु चिकित्सालय में पंडित विद्याशंकर मोहल्ला कछियाना में पंडित अनिल त्रिवेदी  ने वैदिक रूप से पूजन करवाया ।आज के अजमान पहाड़ी बाबा मंदिर पर चेयरमैन नगर पंचायत सौरिख के संजय चतुर्वेदी रहे। भक्तों को गणेश जय गजानन बनने की पौराणिक कथा सुनाते हुए पंडित अवधेश दुबे ने कहा कि गणेश के जन्म के बाद कैलाश पर्वत पर सभी देवी देवता जा जा कर के उपहार अर्पित कर रहे थे। मां पार्वती की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था ।तभी उनकी नजर शनि देव जी पर पड़ी जो गणेश जी की तरफ तिरछे होकर के खड़े थे ।मैं ने इसे अपना व अपने पुत्र का अपमान समझा और शनि जी के ऐसा करने का कारण पूछा मां पार्वती के बार-बार पूछने पर सनी जी ने कहा कि मां मेरी द्वारा तिरछी मुद्रा को आप अन्यथा न लें क्योंकि मेरी सीधी दृष्ट पढ़ने से अनिष्ट होता है इसलिए मैं तिरछा खड़ा हूं मां पार्वती इस उत्तर से संतुष्ट नहीं हुई उन्होंने शनि से सीधी दृष्टि डालने को कहा बार-बार मना करने के बाद भी जब माँ पार्वती नहीं मानी तो शनि ने सीधी दृष्ट डाली  सीधी द्रष्टि डालते ही गणेश जी का पूरा सर धड़ से अलग हो गया  ऐसा होते ही हाहाकार मच गया मां पार्वती क्रोध में भर के सृष्टि का विनाश करने लगी । सभी देवताओं प्रार्थना करने पर शिव जी गज का सिर गणेश जी के लगा दिया बस ऐसा होते ही मां शांत हो गई और तभी से गणेश जी का नाम गजानन पड़ गया ।जो जन जन का कल्याण करते हैं। इस मौके पर पिंकू वर्मा कन्हैया गुप्ता संजय चौरसिया जीवन मिश्रा पंकज शुक्ला राहुल गुप्ता आदि कई लोग उपस्थित रहे।

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